Q. पूंजीवाद क्या है?
उत्तर- यह एक प्रकार की राजनीतिक एवं आर्थिक संस्था होती है जो निजी लाभ और निजी संपत्ति के बारे में सोचता है पूंजीवाद कहलाता है इसमें उत्पादन के साधनों पर सरकार का अधिकार नहीं होता है बल्कि कोई निजी संस्था करती है यह सार्वजनिक एवं आर्थिक गतिविधियां का विरोध करता है इसमें ज्यादा से ज्यादा मुनाफा और व्यापार प्राप्त किया जाता है जैसे- अमेरिका ,ब्रिटेन इत्यादि।
Q. उपनिवेशवाद क्या है?
उत्तर-किसी शक्तिशाली देश एवं अनंत देश द्वारा किसी कमजोर देश के ऊपर अपना शासन और नियंत्रण स्थापित कर लेना जिसे उपनिवेश कहा जाता है उपनिवेश स्थापित करने की प्रक्रिया को उपनिवेशवाद कहतेे हैं इसमेंंं तानाशाही शासन होता है जिसमें सांस्कृतिक आर्थिक राजनीतिक क्षेत्रों पर जमकर शोषण करते हैं और अधिक से अधिक लाभ कमातेे हैं
Q. यूरोपियन समाजवादियों के विचार प्रकट करें?
उत्तर-ऐतिहासिक दृष्टिकोण से आधुनिक समाजवाद को दो वर्गों में बांटा गया है मार्च से पहले समाजवाद को यूरोपीयन समाजवाद कहा जाता था मार्च के बाद समाजवाद को वैज्ञानिक समाजवाद कहा जाता है
इसके विचार निम्न है:-
1. सेंट साइमन इन्होंने समाजवादी विचारधारा को काफी आगे बढ़ाने का कार्य किया इनका मानना था कि राज्य एवं समाज को इस तरह संगठित करना चाहिए ताकि लोग एक दूसरे का शोषण ना कर सके
2. चार्ल्स फॉर डियर अगर कोई व्यक्ति किसी गांव कस्बा नगर में रहता है तो उसे भी कोई काम करना चाहिए
3. लुई बला इनका कथन था कि आर्थिक सुधार से पहले राजनीतिक सुधार आवश्यक है
4. रॉबर्ट ओपन स्टाक लड़के लोनार के स्थान पर कारखाना स्थापित किया जिसमें सभी मजदूर काम करने गए और उचित वेतन दिया गया
Q. मार्क्सवाद के आदर्श को लिखें?
उत्तर- मार्क्सवाद का मुख्य उद्देश्य एक वर्ग हीन समाज की स्थापना करना तथा समाज में फैले हुए बुराइयों को मिटाना था अच्छाइयों को लाया था हम सभी के समाज में हर संप्रदाय के लोग रहते हैं उनके साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए
Q. कार्ल मार्क्स की जीवनी को लिखें?
उत्तर-कार्ल मार्क्स का जन्म 5 मई 1818 ईस्वी में जर्मनी के ट्रियर नगर में युद्ध परिवार में हुआ था इनके पिता का नाम एनरिक मार्क्स था जो पेशे से वकील थे इन्होंने 1824 ईसवी में आगे चलकर ईसाई धर्म अपनाया इनकी पारंपरिक शिक्षा वन एवं वर्ली विश्वविद्यालय में 1836 ईस्वी में हुआ यह बचपन से ही मेधावी छात्र थे इन्होंने अर्थशास्त्र का गहन अध्ययन किया 1843 ईस्वी में बचपन के मित्र चीनी के साथ विवाह किया और 1 844 ईस्वी में फैब्रिक इंग्लिश से मुलाकात होती है और उनके विचार से प्रभावित हुए और गरीब की समस्या पर विचार की है कार्ल मार्क्स ने नारा लगाया दुनिया के मजदूरों एक हो जाओ साथ ही पूंजीवाद को घोर विरोध किया जो कि पूंजीवाद लोग गरीब को जमकर शोषण कर रहे थे इनकी प्रसिद्ध रचना दास कैपिटल है जो 1867 ईस्वी में प्रकाशित हुआ इसे समाजवादियों का बाइबिल कहा जाता है कार्ल मार्क्स का मौत 1883 में लंदन में हो जाता है
Q. कार्ल मार्क्स के सिद्धांत को लिखें?
उत्तर- कार्ल मार्क्स के सिद्धांत निम्न है:-
1 भौतिकवाद का सिद्धांत
2वर्ग संघर्ष का सिद्धांत
3 इतिहास की भौतिकवाद व्याख्या
4 मूल एवं अतिरिक्त मूल्यय का सिद्धांत
5 राजस्व वर्ग विहीन समााज की
Q. क्रांति के पहले रूस के किसान की स्थिति कैसी थी?
उत्तर- क्रांति के पहले रूस की किसानों की स्थिति दयनीय थी क्योंकि वह अपने खेतों में पुराने तकनीक से खेती किया करते थे जिससे फसल का पैदावार बहुत कम होता था साथ ही शासक के द्वारा किसान पर टैक्स लगा दिया गया
Q. रूस की क्रांति के मुख्य कारण को लिखें?
उत्तर-रूस की क्रांति के निम्नलिखित कारण है किसानों की दयनीय स्थिति रूस की क्रांति के समय किसान को स्थिति अत्यंत दयनीय थी क्योंकि वह अपने खेतों में पुराने तकनीक से खेती किया करते थे जिससे फसल का पैदावार उचित नहीं होता था इसके अलावा शासक के द्वारा टैक्स वसूली करने से इन लोगों की स्थिति और दयनीय हो गई मजदूर की दयनीय स्थिति रूस में मजदूर की दशा बहुत खराब हो चुकी थी क्योंकि इन मजदूरों से अधिक समय तक कठोर काम तथा उसके बदले में बहुत कम मजदूरी देता था उत्तम आवास और स्वास्थ का कोई प्रबंध नहीं था बेरोजगारी की समस्या रूस की क्रांति में बेरोजगारी की भयंकर समस्या उत्पन्न हो गई थी लाखों लाख की संख्या में लोग बेरोजगार हो गए थे क्योंकि जीने का कोई साधन नहीं था जार का निरंकुश शासन रूस की क्रांति का यह सबसे बड़ा कारण माना जाता है जिसमें चार अपने अच्छा के अनुसार काम करता था यह का योग्य शासक था जिसे जनता की सुख दुख का कोई चिंता ना थी वह अपने आप को ईश्वर का प्रतिनिधि मानता था रूसी करण की नीति रूस में अनेक प्रकार की जातियां पाई जाती थी जैसे यहूदी जर्मन सीन पौल इत्यादि इन सभी जातियों पर शासक ने अत्याचार किया और कहा कि एक भाषा एक रूप एक धार्मिक नीति को अपना जिसका विरोध जनता ने किया रासपुतिन का प्रभाव राजपूती में एक भ्रष्टाचारी पादरी था जिसका संबंध रूस के राजा जार के पत्नी जरीना से था
Q. बोल्शेविक क्रांति का रूस एवं विश्व पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर-बोल्शेविक क्रांति ने पूरे रूस के क्षेत्रों में विकास का परचम लहराने का कार्य किया इन्होंने जरा सा ही सत्ता को मिटाकर समाजवादी गणतंत्र की स्थापना की सदस्यता का बागडोर किसानों व मजदूरों के हाथ में सौंप दिया
Q. रूस के क्रांति के परिणाम को लिखें?
उत्तर- 1रूस में सुरक्षा चारी शासन का अंत सदियों से चली आ रही रूस में शिक्षा चारी शासन का अंत कर दिया गया तथा जार जरियों का हत्या कर समाजवादी गणतंत्र की स्थापना की गई
2 विश्व का दो खेमों में बैठ जाना रूस की क्रांति में पूरा विश्व को दो भागों में बांट दिया पूंजीवादी साम्यवादी इसके साथ-साथ दूसरी दो भागों में बट गया पूर्वी रूस और पश्चिमी रूस
3 रुचि पंचांग 1917 ईस्वी में रूस की क्रांति के समय रूस में दो प्रकार का कैलेंडर प्रचलित है जिसका नाम जूलियन कैलेंडर और ड्रैगन कैलेंडर था इन दिनों के बीच 13 दिन का अंतर था इसमें जूलियन कैलेंडर को समाप्त कर ग्रेनियर को मानता दिया गया
4 किसान एवं मजदूर की स्थिति में सुधार रूस में जार का शासन समाप्त होते ही सत्ता का बागडोर मजदूर एवं किसानों के हाथ में आ गया और लोग खुशी पूर्वक जीवन यापन करने लगे
5 संविधान की रचना 1918 ईस्वी में लेनिन एक संविधान बनाया था जिसमें सबको समानता का अधिकार दिया गया और इसने धर्मनिरपेक्ष की नीति अपनाई
Q. खूनी रविवार से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-9 जनवरी 1905 ईसवी को जारा सत्ता को मिटाने के लिए लगभग 100000 मजदूर आपस में मिलकर रोटी दो का नारा लगाते हुए राजा के महल की ओर जा रहे थे जिसकी सूचना मिलते ही राजा ने सैनिकों को निहत्थे लोगों पर गोली चलाने का आदेश दे दिया जिससे हजारों हजार की संख्या में लोगों की मौत हो गई और यह घटना दिन रविवार को घटा था इसे लाल रविवार भीी कहा जाता है इसे आंदोलन को खूनी रविवार माना जाता है
Q. नई आर्थिक नीति से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- लेनिन उनके द्वारा 1921 ईस्वी में एक नीति अपनाया गया था जिसे नई आर्थिक नीति के नाम से जाना जाता है लेनिन साम्यवादी व्यवस्था में परिवर्तन कर पूंजीवादी व्यवस्था की ओर लौटना चाहते थे इनके द्वारा किसानों और जनता के लिए हित में सकारात्मक कार्य किए गए हैं जैसे1 जगह जगह पर बैंक खोल दिए गए 2 20 कर्मचारियों से कब रहने पर भी कल कारखाने चलेंगे से 3 व्यापार संघ की सदस्यता को रद्द कर दिया गया 4 उद्योग का विकेंद्रीकरण 5 जमीन राज्य का है लेकिन भूमि किसानों को दे दिया जाए 6 विदेशी पूंजी निवेश का द्वार खोल दिया गया
Q. अक्टूबर क्रांति से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- 7 नवंबर 1917 ईस्वी को बाल सेविका के द्वारा पेट्रोगाद के रेलवे स्टेशन बैंक टेलीफोन डाकघर सरकारी भवनों पर अधिकार कर लिया जाता है इसमें केरेन्सकी की कि सरकार भाग जाती है और सत्ता का बागडोर बोल्शेविक ओके पास आ जाती है जिसका नेता लेलिन को माना गया इस क्रांति को बोल सेविका नवंबर की क्रांति भी कहा जाता है
Q. अप्रैल थीसिस क्या है?
उत्तर- इसका गठन 16 अप्रैल 1917 ईस्ववी को लेनिन के द्वारा किया गया था इसका उद्देश्य केरेन्सकी की कि सरकार को लेनिन पेट्रोग्राड शहर पहुंचाता है और अपना जोरदार भाषण देकर जनता को आकर्षित कर लिया और नारा दिया कि तुम्हें क्या चाहिए भूमि शांति रोटी चाहिए कि युद्ध और भुखमरी
Q. शीत युद्ध से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- वैसा युद्ध जिसमें किसी भी प्रकार का अर्थशास्त्र का प्रयोग नहीं किया जाता है केवल बात बात से होता है कि युद्ध कहते हैं इसे यूज भी कहा जाता है या युद्ध रूस और अमेरिका के बीच हुआ था
Q. व्रेस्टलीटोवस्क किस संधि क्या है?
उत्तर- यह संधि जर्मनी और रूस के बीच हुआ था जिसका गठन 1918 ईस्वी में लेनिन ने किया था जिसका उद्देश्य
1 शांति स्थापित करना
2 अवस्था में सुधार
3 सेनाओं के राहत में सुधार
Q. प्रथम विश्व युद्ध में रूस की पर आ जाएं हेतु मार्ग प्रशस्त करें?
उत्तर- प्रथम विश्वयुद्ध की शुरुआत 1914 में हुई जो 1918 तक चली इसमें रूस मित्र राष्ट्र की ओर से लड़ा था जिसका मुख्य उद्देश्य तमाम जनता रूसी सरकार का समर्थन करेगा लेकिन जार निकोलस द्वितीय की आशा पर निराशा छा गई और झूठी सेनाओं का कमान जाड़ ने संभाला था और विश्व युद्ध में लगातार हार होने के कारण इसका प्रतिष्ठा मिट्टी में मिल गया परिणाम यह हुआ कि उसका पूरा दरबार खाली हो गया