Q. भारत में राष्ट्रवाद का उदय के कारण का वर्णन करें?
उत्तर-राष्ट्रवाद का शाब्दिक अर्थ राष्ट्रीय चेतना का उदय जिसमें राजनीतिक सामाजिक आर्थिक धार्मिक बौद्धिक तथा सांस्कृतिक एकीकरण का अभाव हो इसके कारण निम्नलिखित है- 1राजनीतिक:- लॉर्ड लिटन और लॉर्ड रिपन के कॉल में राष्ट्रवाद की भावना काफी आगे बढ़ गई थी 1878 एचडी में वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट लेटेस्ट ने पारित किया था जिसके तहत भारतीय भाषा में छपने वाली पत्रिका पर रोक लगा दिया जबकि अंग्रेजी भाषा में छपने वाली पत्रिका पर रोक नहीं लगा इस बात को लेकर भारतीय लोगों ने विरोध किया 18793 में लीटर के द्वारा शस्त्र अधिनियम पारित किया गया जिसके तहत कहा गया कि अगर भारतीय लोग अस्त्र-शस्त्र रखते हैं तो उन्हें लाइसेंस बनाना होगा जबकि अंग्रेजों के लिए ऐसा नियम नहीं था इस बात को लेकर जमकर विरोध किया और राष्ट्र भावना का विकास किया
2 आर्थिक कारण अंग्रेजों ने भारत में उपनिवेश की आर्थिक नीति को अपनाकर भारतीय अर्थव्यवस्था का जमकर शोषण किया भारतीय उद्योग धंधे को सहायता की3 सामाजिक कारण अंग्रेजों ने भारतीय लोगों के साथ काले गोरे का भेद भाव किया तथा 1857 के सिपाही विद्रोह में हिंदू मुस्लिम की एकता को तोड़ दिया यहां तक के भारत के लोगों को रेल मार्ग के अंग्रेजों के साथ बैठने की इजाजत नहीं थी अंग्रेज अपराध करें तो मामूली दंड दिया जाता था जबकि भारतीय के लोगों को कठोर दंड दिया जाता था भारत के लोगों के पास नौकरी के पद में ऊंच-नीच का भेदभाव साफ दिखा जाता था
Q. प्रथम विश्वयुद्ध का भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के साथ अंत संबंधों का वितरण करें?
उत्तर-बीसवीं शताब्दी के विश्व इतिहास के प्रथम विश्व युद्ध को एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है जिसका प्रमुख कारण यूरोपीय निवेश तथा समाजवादी प्रतिस्पर्धा का होना इस युद्ध की शुरुआत 1914 में हुआ जो 1918 तक चला जो युद्ध दो देशों के बीच लड़ा गया अमेरिका जर्मनी ब्रिटेन भारतीय उपनिवेश का अधिकार जमाना चाहता था तथा एक उत्तरदाई सरकार का गठन करना चाहता था इसके द्वारा भारत में आयात शुल्क लगाकर अधिक से अधिक लाभ कमाया अंग्रेजों ने भारतीय लोगों से वादा किया था कि अगर हम प्रथम विश्व युद्ध में जीत जाएंगे तो आपको स्वराज दे देंगे और किसी भी प्रकार का समस्या नहीं होने देंगे इसका परिणाम यह हुआ कि युद्ध खत्म होते ही भारत की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई क्योंकि वस्तु के दाम में दुगनी वृद्धि हो गया अंग्रेजों ने भारतीय जनता के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया
Q. चंपारण सत्याग्रह से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-अप्रैल 1917 ईस्वी में बिहार के चंपारण जिला में गांधी जी के नेतृत्व में एक आंदोलन चलाया गया था जिसे चंपारण सत्याग्रह के नाम से जाना जाता है इसमें बिहार और बंगाल किसान अपने खेत में धान गेहूं मक्का की खेती करना चाहते थे लेकिन ज्ञान जमींदारों ने जबरदस्ती नील की खेती करने के लिए मजबूर कर दिया 20 कट्ठा खेत में 3 कट्ठा नील की खेती करना अनिवार्य कर दिया जिसे तीन कठिया प्रणाली कहा जाता है एक प्रकार ऐसा फसल था जिसे खेत में लगे उस खेत की मिट्टी की उर्वरा शक्ति को कमजोर कर देता था किसानों की स्थिति एकदम दयनीय हो गई बिहार और बंगाल रोने लगे जिसे देखकर राजकुमार शुक्ला कौन आ रहा गया और उसने जल्दी से गांधी जी को बुलाया और गांधी जी के कहने पर अवैध वसूली 25% और तीन कठिया प्रणाली को वापस ले लिया
Q. रौलट एक्ट से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-रौलट एक्ट की घटना मार्च 1919 ईस्वी को घटा था जिससे सड़क एवं संदेह के आधार पर किसी भी भारतीय लोगों को पकड़कर जेल में बंद कर दिया जाता था जिसे रौलट एक्ट के नाम से जाना जाता था इसमें अंग्रेजों ने भारतीय जनता पर तरह-तरह का अत्याचार किया तथा भोजन में बासी भोजन तथा गंदा नाली का पानी पीने को मिलता था इस एक्ट के तहत अपील ना दलील ना वकील किसी भी प्रकार का कोई सुनवाई नहीं होता था इसे काला कानून भी कहा जाता था
Q. जलियांवाला बाग हत्याकांड से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- जलिया वाला बाग हत्याकांड 13 अप्रैल 19 19 ईस्वी को पंजाब के अमृतसर शहर में हुआ था इसमें भारत के दो महान क्रांतिकारी नेता सत्यपाल एवं शेख उद्दीन कि चालू कॉल 9 अप्रैल 19 19 ईस्वी को गिरफ्तार कर लिया गया था जिसके कारण पूरे देश में खलबली मच गई इस बात को लेकर भारतीय जनता ने आपस में मिलकर जलियांवाला बाग में एक सभा का आयोजन रखा था जिसमें 20000 व्यक्ति शामिल हुए थे लेकिन अचानक अंग्रेजों प्रधान जनरल डायर ने अपने सैनिकों को गोली चलाने का आदेश दे दिया जिसमें सरकारी गवाही के अनुसार 379 व्यक्ति मारे गए परंतु मरने वालों की संख्या हजारों से अधिक थी कहा जाता है कि इस बाग में खून की नदियां बह गई थी
Q. खिलाफत आंदोलन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- इस आंदोलन की शुरुआत वरना 1 919 ईस्वी में तुर्की के मुसलमान और अंग्रेजों के बीच हुआ जिसमें तुर्की की बुरी तरह से हार हो गई तथा तुर्की का खलीफा पद और ऑटोमन साम्राज्य विघटित हो गया अंग्रेजों ने तुर्की के मुसलमान के साथ काफी अत्याचार किया इस आंदोलन का नायक अली बंधु था इस बात को लेकर तुर्की के मुसलमान और भारतीय मुसलमान आपस में मिलकर अंग्रेजों का विरोध किया इसमें गांधी जी के द्वारा हिंदू और मुस्लिम की एकता को स्थापित करने का कार्य किया
Q. असहयोग आंदोलन एक जन आंदोलन था कैसे?
उत्तर- हम वास्तविक रूप से कर सकते हैं कि असहयोग आंदोलन एक जन आंदोलन था ना कि सामाजिक आंदोलन इस आंदोलन की शुरुआत अगस्त 1920 ईस्वी में गांधी जी के द्वारा चलाया गया था जिसमें बूढ़े बच्चे जवान महिलाएं अहम भूमिका निभा रही थी इसमें अंग्रेज सरकार की ताकत को कमजोर करने का प्रयास किया गया तथा महिलाओं के द्वारा जगह-जगह पर धरना देकर शराब की दुकानें बंद करवा दी इसमें मोतीलाल नेहरू और चितरंजन दास के वकालत करना छोड़ दी इस आंदोलन में कहा गया कि विदेशी वस्तु में आग लगा दी जाए और स्वदेशी वस्तु को अपनाया जाए भारतीय जनता ने सरकारी कॉलेज और विद्यालयों का बहिष्कार कर राष्ट्रीय शिक्षा पर जोर दिया युवाओं के द्वारा खेल की पटरी उखाड़ दी गई और बैंकों में ताला मार दिया गया इस आंदोलन में छुआछूत की भावना का अंत कर हिंदू-मुस्लिम की एकता को स्थापित करने का प्रयास किया गया परंतु चोरा चोरी हत्याकांड की घटना हो जाने के कारण गांधी जी ने इस आंदोलन को वापस ले लिया
Q. चोरी चोरा हत्याकांड से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- 5 फरवरी 1922 ईस्वी को गोरखपुर के देवरिया जिले में 22 पुलिसकर्मियों को जिंदा जेल में जला दिया गया था जिसे चोरी चोरा हत्याकांड कहते हैं इस घटना का होने का प्रमुख कारण खाद्यान्न वस्तु के दाम में वृद्धि तथा जगह-जगह पर शराब की दुकान खोल रखी थी जिसके विद्रोह में यह कांड हुआ
Q. असहयोग आंदोलन के कारण और परिणाम को लिखें?
उत्तर-खिलाफत आंदोलन का मुद्दा इस आंदोलन का शुरुआत 1919 ईसवी के तुर्की मुसलमानों और अंग्रेजों के बीच हुआ जिसमें तुर्की की बुरी तरह से हार हो गई तथा तुर्की का खलीफा दें और ऑटोमेशन राज्य भी घटित हो गया अंग्रेजों ने तुर्की के मुसलमान पर काफी अत्याचार किया इस आंदोलन का नायक इस बात को लेकर तुर्की के मुसलमान और भारतीय मुसलमान आपस में मिलकर अंग्रेजों का विरोध किया इसमें गांधी जी के द्वारा हिंदू और मुस्लिम को एकता स्थापित का कार्य किया गया पंजाब सरकार की बर्बर और सभ्यता जलिया वाला बाग हत्याकांड की घटना 13 अप्रैल 1919 को पंजाब के अमृतसर में घटा था इसमें भारत के 2 क्रांतिकारी नेता सत्यपाल एवं किचलू को 9 अप्रैल 1919 ईस्वी को गिरफ्तार कर लिया इस बात को लेकर भारतीय जनता ने आपस में मिलकर जलियांवाला बाग में एक सभा का आयोजन किया जिसमें 20000 व्यक्ति शामिल थे लेकिन अचानक अंग्रेजों के प्रधान जनरल डायर ने अपने सैनिकों को गोली चलाने का आदेश दे दिया जिसमें सरकारी गवाह के अनुसार 379 व्यक्ति मारे गए लेकिन मरने वालों की संख्या हजार हजार थी कहा जाता है कि इस बाग में खून की नदियां बह गई थी स्वराज की प्राप्ति अंग्रेजों ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारतीय जनता से यह वादा किया था कि अगर हम प्रथम विश्व युद्ध जीत जाएंगे तो आपको स्वराज दे देंगे और आपको किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी परिणाम चोरी चोरा हत्याकांड से 5 फरवरी 1922 ईस्वी को गोरखपुर के देवरिया जिले में 22 पुलिस कर्मियों को जिंदा जेल में जला दिया गया था जिसे चोरी चोरा कांड कहते हैं इस चोरी चोरा हत्याकांड के चलते इस आंदोलन को वापस ले लिया गया
Q. AITUC क्या है?
उत्तर-AITUC का पूरा नाम ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस है जिसकी स्थापना 13 अक्टूबर 19 20 ईस्वी में मुंबई में किया गया था जिसके प्रथम अध्यक्ष लाला लाजपत राय और सचिव जमुनालल थे इसका उद्देश्य किसानों एवं मजदूरों की समस्या का समाधान था
Q. स्वराज पार्टी क्या था इसका उद्देश्य को लिखें?
उत्तर- 1923 में चितरंजन दास और मोतीलाल नेहरु के द्वारा एक पार्टी का गठन किया गया था जिसे स्वराज पार्टी के नाम से जाना जाता है इसके प्रथम अध्यक्ष चितरंजन दास और सचिव मोतीलाल नेहरू थे कि इसके पहले असहयोग आंदोलन वापस ले लिया गया था जिसका प्रमुख कारण चोरा चोरी हत्याकांड था इसमें 22 पुलिसकर्मियों को जिंदा जेल में जला दिया गया था इस पार्टी के प्रस्ताव को कांग्रेस अधिवेशन 1922 ईस्वी में पेश किया गया था जो और सफल साबित हुआ इसमें कांग्रेस नेताओं के दिल को गहरा चोट पहुंचा इसका उद्देश्य स्वराज की प्राप्ति सरकार पर दबाव डालकर अपनी मांगों की पूर्ति करना वरना 19 ईसवी के सुधार अधिनियम को समाप्त किया गया
Q. जतरा भगत पर टिप्पणी लिखें?
उत्तर-जतरा भगत का जन्म 1818 ईस्वी में झारखंड के गुमला जिले में हुआ था इन्होंने अंग्रेज का खुलकर विरोध किया और सामाजिक तथा समाज के क्षेत्रों में काफी विस्तार किया उन्होंने आदिवासियों को कहा कि मांस और मदिरा का सेवन ना करो और नाच नाच गान करो
Q. मेरठ षड्यंत्र से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- मेरठ षड्यंत्र की घटना मार्च 1929 में घटा था जिसमें 31 श्रमिक नेताओं को मौलिक अधिकार से अंग्रेजों ने वंचित कर दिया और मेरठ में लाकर उस पर मुकदमा दायर कर दिया जिसे मेरठ षड्यंत्र कहा गया है
Q. आर्थिक संकट से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-आर्थिक संकट से उत्पन्न हुआ प्रणाली को कृषि उद्योग विभाग के विकास को रोक दें उसे आर्थिक संकट कहा जाता है आर्थिक संकट की शुरुआत 192 5 ईसवी में अमेरिका से हुआ था जिसमें सबसे बुरा परिणाम अमेरिका को झेलना पड़ा था क्योंकि इस भयंकर बाढ़ के साथ-साथ सुखाड़ भी आया था जिससे फसल के पैदावार में भारी कमी हुई जिसके कारण वस्तुओं के दाम में बहुत बढ़ी हुई कल कारखाने बंद हो गए अमेरिका का 4000 बैंक डूब गया तथा लाख कल कारखाने ठप हो गए
Q. काकोरी कांड से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- 9 अगस्त 1925 ईस्वी को काकोरी स्टेशन पर सरकारी खजाना को लूट लिया गया था जिसे काकोरी कांड के नाम से जाना जाता है इसमें भारत के 4 क्रांतिकारी को फंसा दिया गया था जिनका नाम क्रम से रामप्रसाद बिस्मिल राजेंद्र लाहिड़ी राकेश सिंह अशफाक उल्ला खान था
Q. साइमन कमीशन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-साइमन कमीशन का गठन 1987 ईस्वी में किया गया था जबकि भारत के मुंबई क्षेत्र 1928 ईस्वी में आया इसका अध्यक्ष सर जॉन साइमन है इसमें कुल सदस्य अंग्रेज थे एक भी भारतीय सदस्य ना होने के कारण इसे सफेद कमीशन भी कहा जाता है इस बात को लेकर भारतीय जनता ने विरोध किया था लाला लाजपत राय ने साइमन कमीशन वापस लाओ के नारा लगाया जिसके विरोध में लाला लाजपत राय को लाठी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी इसका उद्देश्य संवैधानिक सुधार उत्तराधिकारी शासन दिया जाए या नहीं
Q. नेहरू रिपोर्ट से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- जिस समय साइमन कमीशन का विरोध किया जा रहा था उसी समय भारत के सचिव वीरेन हेड के एक चुनौती देते हुए कहा कि तुम एक अपना अलग संविधान बना लो इस बात का दुख बहुत सारी पार्टी को लगा तब मोतीलाल नेहरू ने 1928 को दिल्ली में एक प्रस्ताव पारित किया जिसे नेहरू रिपोर्ट के नाम से जाना जाता है
Q. पूर्ण स्वराज क्या है?
उत्तर-पूर्ण स्वराज को 1929 ईसवी में लाहौर अधिवेशन मैं पारित किया गया था जिसके अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू थे इन्होंने ठीक 12:00 बजे रात्रि को रावी नदी के तट पर तिरंगा झंडा को पढ़ाया था उसके बाद 26 जनवरी 1930 ईस्वी को स्वतंत्रता दिवस बनाने की घोषणा कर दी गई
Q. दांडी मार्च नमक सत्याग्रह से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-12 मार्च 1930 ईस्वी को गांधी जी ने के द्वारा साबरमती आश्रम से एक आंदोलन चलाया गया था जिसे नमक सत्याग्रह या दांडी मार्च कहा जाता है गांधी जी ने दांडी के तट पर पहुंचकर नमक कानून को भंग किया और अंग्रेजों से कहा नमक पर तो टैक्स लगाए हो उसे वापस कर लो नहीं तो बहुत बड़ा आंदोलन हो जाएगा
Q. सविनय अवज्ञा आंदोलन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- मार्च 1930 में गांधी जी के द्वारा ब्रिटिश औपनिवेशिक सत्ता के खिलाफ जो दूसरा जन आंदोलन चलाया गया था जिसे सविनय अवज्ञा आंदोलन कहा जाता है इसमें तमाम जनता को एकजुट करने का कार्य था
Q. सविनय अवज्ञा आंदोलन के कारणों का उल्लेख करें?
उत्तर- 1 आर्थिक संकट:- अर्थ तंत्र से उत्पन्न हुआ प्रणाली जो कृषि उद्योग व्यापार के विकास को रोक दें उसे आर्थिक संकट कहा जाता है आर्थिक संकट की शुरुआत 192 5 ईसवी में अमेरिका से हुआ जिसमें सबसे बुरा परिणाम अमेरिका को झेलना पड़ा था क्योंकि इस समय भयंकर बाढ़ के साथ-साथ सुखाड़ भी आया था जिससे फसल के पैदावार में बहुत भारी गिरावट आई थी जिसके कारण वस्तुओं के दाम में बहुत ज्यादा बिजी हो गई थी कल कारखाने बंद हो गए थे अमेरिका का 40000 बैंक डूब गया थ 1 लाख 10,000 कल कारखाने ठप हो गए थे
2 नेहरू रिपोर्ट:- जिस समय साइमन कमीशन का विरोध किया जा रहा था उसी समय भारत का सचिव ब्रिटेन हेड ने एक चुनौती देते हुए कहा कि तुम एक अपना अलग संविधान बना लो इस बात का दुख बहुत सारी पार्टी को लगा तब मोतीलाल नेहरू ने 1928 ईस्वी में दिल्ली में एक प्रस्ताव पारित किया जिसे नेहरू रिपोर्ट के नाम से जाना जाता है
3 पूर्ण स्वराज:- पूर्ण स्वराज को 1929 ईस्वी में लाहौर अधिवेशन में पारित किया गया था जिसके अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू थे इन्होंने ठीक 12 बजे रात्रि में रावी नदी के तट पर तिरंगा झंडा को पढ़ाया था उसके बाद 26 जनवरी 1950 ईस्वी को स्वतंत्र दिवस मनाने की घोषणा कर दी गई थ
Q. भारत छोड़ो आंदोलन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत 9 अगस्त 1942 ईस्वी को गांधी जी के द्वारा किया गया था जिसका एक ही लक्ष्य था भारत से ब्रिटिश सम्राट को मिटाना इसी आंदोलन में गांधीजी ने करो या मरो का नारा लगाया था इससे 60000 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था तथा हजारों हजार संख्या में मौत हो गई थी
Q. गांधीजी का राष्ट्रीय आंदोलन में क्या योगदान रहा?
उत्तर- 1. चंपारण सत्याग्रह :-अप्रैल 19 17 ईस्वी में बिहार के चंपारण जिले में गांधी जी के नेतृत्व में एक आंदोलन चलाया गया था जिसे चंपारण सत्याग्रह के नाम से जाना जाता है इसमें बिहार और बंगाल के किसान अपने खेत में धान गेहूं मक्का की खेती करना चाहते थे लेकिन गोरे जमींदार ने नील की खेती करने के लिए मजबूर कर दिया 20 कट्ठा खेत में 3 कट्ठा नील की खेती करना अनिवार्य कर दिया जिसे तीन कठिया प्रणाली कहा जाता था नील एक प्रकार का ऐसा फसल था जिसको जिस खेत में लगाया जाए उस खेत की उर्वरा शक्ति को कमजोर कर देता था किसान की स्थिति एकदम जानिया हो गई बिहार और बंगाल की किसान रोने लगे जिसे देखकर राजकुमार शुक्ला को ना रहा गया और अपने जल्दी से गांधी जी को बुलाया और गांधी जी के कहने पर अवैध वसूली 25 परसेंट और तीन कठिया प्रणाली को वापस ले लिया
2. दांडी मार्च:- 12 मार्च वन 930 ईस्वी को गांधी जी के द्वारा साबरमती आश्रम से एक आंदोलन चलाया गया था जिसे नमक सत्याग्रह या दांडी मार्च के नाम से जाना जाता है गांधी जी ने दांडी के तट पर पहुंचकर नमक कानून को भंग किया अंग्रेजों से कहा कि नमक पर जो टैक्स लगाए हो उसे वापस कर लो नहीं तो बहुत बड़ा आंदोलन हो जाएगा
3. भारत छोड़ो आंदोलन:- भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत 9 अगस्त 1942 ईस्वी को गांधी जी के द्वारा किया गया था जिसका एक ही लक्ष्य था भारत में ब्रिटिश साम्राज्य को मिटाना इसी आंदोलन में गांधीजी ने करो या मरो का नारा लगाया था जिसमें 60000 लोगों को गिरफ्तारी कर ली गया था हजारों हजारों की संख्या में मौत हो गई
Q. सविनय अवज्ञा आंदोलन के परिवारों को लिखें?
उत्तर-सविनय अवज्ञा आंदोलन के प्रमुख परिणाम निम्न है 1इस आंदोलन में वानर सेना तथा मंजरी सेना का प्रयोग किया गया था प्रभात फेरी के माध्यम से जनता को एकजुट होने का कार्य किया गया2 नशीली वस्तुओं के बिक्री पर रोकथाम 3 महिला इस आंदोलन से भाग लेकर समाज का विस्तार किया 4 भारतीय जनता में राजनीतिक चेतना को जगाया गया 5 193 5 ईसवी के भारत शासन अधिनियम कब पारित किया गया
Q. गांधी इरविन समझौता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- गांधी और इरविन के बीच 5 मार्च व 93 1 ईसवी को एक समझौता हुआ जिसे गांधी इरविन समझौता के नाम से जाना जाता है इसे दिल्ली समझौता भी कहते हैं इसका उद्देश्य
1. नमक बनाने की आजादी
2.भारतीय कैदी को रिहा कर दिया जाए
3.लूट के धन को वापस लिया जाए
4.दमन चक्र को नीति बंद कर दी जाए
Q. गांधी काल क्या है?
उत्तर-19 19 से लेकर 19 47 तक के काल को गांधी काल के नाम से जाना जाता है
Q. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कैसे हुई थी इसके उद्देश्य को लिखें?
उत्तर-भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के पूर्व कोई भी संस्था नहीं थी फिर भी लोगों का आपस विकास किया जा रहा था तथा इल्बर्ट बिल अधिनियम और भारतीय लोगों की प्रक्रिया को देखते हुए एक राजनीतिक संस्थान के गठन का अभाव हुआ और 198 4 ईसवी में एवं के द्वारा भारतीय राष्ट्रीय संघ का गठन किया गया इसी संघ के अधिवेशन की घोषणा पहले पुणे में किया गया था परंतु अचानक प्लेग रोग फैल जाने के कारण इसकी बैठक गोकुलदास संस्कृत तेजपाल कॉलेज मुंबई में किया गया और 28 दिसंबर 1985 का नाम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कर दिया गया जिसके प्रथम अध्यक्ष बनर्जी और सचिव ए ओ ह्यूम थे और इसका उद्देश्य:-
1.भारत के लोगों को भाईचारे के संबंध में स्थापित करना
2.धर्म व जाति का भेदभाव मिटाना
3.समाज का कल्याण करना
4.एकता एवं अखंडता स्थापित करना
5.शिक्षा का प्रसार