Q. एक उत्तल लेंस की फोकस दूरी 20 सेंटीमीटर है लेंस की क्षमता होगी ?
उत्तर- +5D
Q. मरीचिका के निर्माण का मूल का कारण होता है ?
उत्तर- पूर्ण आंतरिक परावर्तन
Q. मानव नेत्र क्या है?
उत्तर- मानव नेत्र एक अत्यंत ही प्राकृतिक प्रकाशीय यंत्र है जो हमें किसी भी वस्तु को देखने में सहायता प्रदान करता है
Q. स्केलरा क्या है?
उत्तर- मानव नेत्र मानव नेत्र का सबसे ऊपरी आवरण जो कड़ा और सफेद होता है स्केलरा कहलाता है
Q. कॉर्निया किसे कहते हैं ?
उत्तर- स्केलरा के सामने वाली भाग मैं कुछ उभरी हुई पारदर्शी झिल्ली होती है जिसे कॉर्निया कहते हैं
Q. कोराइड किसे कहते हैं ?
उत्तर- स्केलरा के नीचे वाली परत को कोराइड कहते हैं इसका दूसरा नाम रक्त पटल है
Q. आईरिस किसे कहते हैं?
उत्तर – कॉर्निया के पीछे एक चित्रपट होता है जिसे आइरिश कहते हैं
Q. पुतली किसे कहते हैं ?
उत्तर – आइरिश के मध्य भाग में छोटा सा छेद होता है जिसे पुतली कहते हैं
Q. सिलियरी पेशिया किसे कहते हैं ?
उत्तर – आइरिश के पीछे वाली परत को सिलियरी पेशिया कहते हैं
Q. नेत्र लेंस किसे कहते हैं ?
उत्तर – पुतली के नीचे पारदर्शी और मुलायम पदार्थ को नेत्र लेंस कहते हैं
Q. जलीय द्रव किसे कहते हैं?
उत्तर – नेत्र लेंस और कॉर्निया के बीच एक द्रव भरा होता है इस द्रव के कारण नेत्र में आंसू बनते हैं इस जॉब को ही जलीय द्रव कहा जाता है
Q. कचाभ द्रव किसे कहते हैं ?
उत्तर – नेत्र लेंस के पीछे पाए जानेवाले द्रव को कचाभ द्रव कहते हैं
Q. रेटिना किसे कहते हैं?
उत्तर – यह मानव नेत्र का सबसे प्रमुख अंग होता है यह नेत्र की सबसे भीतरी भाग होते हैं यह प्रकाश के प्रति बहुत सुगराही होता है इससे रेटीना कहा जाता है
रेटीना से दो संतु जुड़े होते हैं:-
1. शंकु
2. छड़
यह दोनों तंतु एक तंत्रिका के माध्यम से मस्तिष्क को बनाने वाले प्रतिबिंब की संवेदना पहुंचाता है
Q. नेत्र में प्रकाश कहां से प्रवेश करता है
उत्तर – कॉर्निया
Q. रंगों से मतलब नेत्र के किस भाग से होता है ?
उत्तर –आइरिस
Q. स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी कितनी होती है ?
उत्तर –25 सेंटीमीटर
Q. पुतली का रंग काला क्यों होता है ?
उत्तर – पुतली का रंग काला होता है क्योंकि पुतली प्रकाश का परावर्तन नहीं करने देता है वह प्रकाश का अवशोषण कर लेता है
Q. नेत्र में कौन सा लेंस होता है
उत्तर – उत्तल लेंस
Q. नेत्र में कैसा प्रतिबिंब बनता है?
उत्तर – वास्तविक एवं उल्टा
Q. नेत्र के किस भाग से फोकस दूरी को घटाया बढ़ाया जा सकता है ?
उत्तर – समंजय क्षमता
Q. मानव नेत्र के किस भाग पर प्रतिबिंब बनता है ?
उत्तर – रेटिना
Q. मानव नेत्र के किस द्रव्य के कारण आंसू बनते हैं ?
उत्तर – जलीय द्रव्य
Q. तेज प्रकाश वाले कमरे में मंद प्रकाश वाले कमरे में जाने पर वहां रखी वस्तुओं को स्पष्ट देखने में कठिनाई होती है क्यों?
उत्तर – जब तेज प्रकाश वाले कमरे में होते हैं तो नेत्र की पुतली सुकून कर छोटी हो जाती है जिसे प्यार कर वास्तविक स्थिति में आने में कुछ समय लग जाता है यही कारण है कि तीव्र प्रकाश वाले कमरे में कम प्रकाश वाले कमरे में जाने से वहां रखी वस्तुओं को स्पष्ट देखने में कठिनाई होती है
Q. समंजन क्षमता क्या है?
उत्तर – आंखों की ऐसी क्षमता जिससे नेत्र लेंस की फोकस दूरी अपने आप बदलती है समंजन क्षमता कहलाता है
Q. मोतियाबिंद क्या है?
उत्तर – अधिक उम्र के लोगों के नेत्र की ऊपरी परत पर दूधिया एवं धुंधलापन आ जाता है जिसे मोतियाबिंद कहते हैं इसे ठीक किया जा सकता है
Q. स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी क्या है ?
उत्तर – व न्यूनतम दूरी जहां रखी वस्तुओं को सामान नेत्र द्वारा आसानी से देखा जा सकता है स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी कहलाता है
Q. निकट का बिंदु क्या है ?
उत्तर –आंख के सबसे निकट का वह बिंदु जहां पर रखी हुई वस्तुओं स्पष्ट दिखाई देती है निकट का बिंदु कहलाता है
Q. दूर का बिंदु क्या है?
उत्तर – नेत्र से दूरस्थ वह बिंदु जहां पर रखी वस्तु स्पष्ट दिखाई देती है दूर का बिंदु कहलाती है
Q. दृष्टि परास किसे कहते हैं?
उत्तर – निकट का बिंदु एवं दूर के बिंदु के बीच की दूरी को दृष्टि परास कहते हैं
Q. दृष्टि दोष क्या है?
उत्तर – समान मानव नेत्र जब अपनी समंजन क्षमता को खो देता है तो उसका निकट का बिंदु प्रभावित हो जाता है या दूर का या दोनों इसी स्थिति को ही नेत्र में दृष्टि दोष कहते हैं
यह मुख्यता चार प्रकार के होते हैं:-
1.निकट दृष्टि दोष
2.दूर दृष्टि दोष
3.जरा दृष्टि दोष
4.अबिंदुकता
Q. निकट दृष्टि दोष किसे कहते हैं?
उत्तर –ऐसा दृष्टि दोष जिसमें निकट की वस्तु स्पष्ट दिखाई देती है लेकिन दूर की वस्तु स्पष्ट दिखाई नहीं देती निकट दृष्टि दोष का लाती है
Q. दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं?
उत्तर –वैसा दृष्टि दोष जिसमें दूर की वस्तु स्पष्ट दिखाई देती है लेकिन निकट की वस्तु स्पष्ट दिखाई नहीं देती है दूर दृष्टि दोष कहलाती है
Q. जरा दृष्टि दोष किसे कहते हैं?
उत्तर – वैसा दृष्टि दोष जिसमें निकट बिंदु के साथ-साथ दूर का बिंदु भी प्रभावित हो जाता है जरा दृष्टि दोष कहलाता है
यह प्राय बुढ़ापे में सीनियर ई पेशियों के थक जाने के कारण होता है,
इसमें दो तरह के लेंस का प्रयोग किया जाता है
1.अवतल लेंस की फोकस दूरी अधिक होता है
2. उत्तल लेंस जिसका फोकस दूरी कम होता है
Q. अबिंदुकता क्या है?
उत्तर – यह एक ऐसा दृष्टि दोष है जिसमें मानव नेत्र एक ही साथ दो रेखा को फॉक्सित नहीं कर पाता है जिसके कारण कभी गोल वस्तु भी लंबा दिखने लगता है और लंबा वस्तु बोलने लगता है
Q. एक छात्र ब्लैक बोर्ड के काफी नजदीक बैठा हुआ है लेकिन वह ब्लैक बोर्ड पर लिखे अफसरों को पढ़ने में असमर्थ है वह किस दोष से पीड़ित है और उसका उपचार कैसे किया जा सकता है ?
उत्तर – दूर दृष्टि दोष
इसका उपचार उत्तल लेंस से किया जा सकता है
Q. समंजन क्षमता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर – आंखों की ऐसी क्षमता है जिसमें नेत्र लेंस की फोकस दूरी अपने आप बदलती हैं समंजन क्षमता कहलाता है
Q. दूर दृष्टि दोष को दूर करने के लिए उत्तल लेंस का उपयोग क्यों करते हैं ?
उत्तर – दूर दृष्टि दोष को दूर करने के लिए उत्तल लेंस का प्रयोग करते हैं क्योंकि उत्तल लेंस प्रकाश की किरणों को एक बिंदु पर जमा करने का कार्य करता है
Q. प्रिज्म क्या है?
उत्तर – कांच का बना ऐसा पारदर्शी माध्यम जो तीन फलको से घिरा रहता है तथा जिसका कोई दो फलक आपस में समानांतर ना हो प्रिज्म कहलाता है
fig.
Q. अपवर्तक कोंण किसे कहते हैं ?
उत्तर – प्रिज्म के दो पलकों के बीच बने कोण को अपवर्तक कोंण कहते हैं
Q. विचलन कोण क्या है?
उत्तर – बढ़ाए गए आपतित किरण और निर्गत किरण के बीच का कोण विचलन कोण कहलाता है
Q. त्रिपर्सव प्रिज्म क्या है ?
उत्तर – कांच का बना हुआ ऐसा पारदर्शी माध्यम जिसका दोस्त सम्मुख फलक आपस में समानांतर ना हो त्रिपर्सव प्रिज्म कहलाता है इसमें आयत कार और त्रिभुजाकार सता होते हैं
fig.
Q. प्रकाश का वर्ण विक्षेपण क्या है ?
उत्तर – श्वेत प्रकाश या सूर्य का प्रकाश जब किसी फिल्म से गुजरता है तो वह अपने विभिन्न अवयवों में विभक्त हो जाता है विभक्त होने के इस घटना को प्रकाश का वर्ण विक्षेपण कहते हैं
fig.
Q. स्पेक्ट्रम क्या है?
उत्तर – प्रिज्म के बाहर स्थित वैसा पर्दा जिस पर सातों रंग प्राप्त होते हैं स्पेक्ट्रम कहलाते हैं
Q. बैगनी रंग का तरंग धैर्य कम आने का कारण क्या है?
उत्तर – बैगनी रंग का तरंग धैर्य कम आने का कारण है क्योकि विचरण सबसे ज्यादा होता है
Q. लाल रंग का तरंग धैर्य सबसे अधिक रहने का कारण क्या है?
उत्तर – लाल रंग का तरंग धैर्य सबसे अधिक रहने का कारण इसका विचलन सबसे कम होती है
Q. श्वेत प्रकाश सात रंगों का मिश्रण है इसे एक प्रयोग द्वारा दिखाइए ?
उत्तर – श्वेत प्रकाश सात रंगों का मिश्रण है इसे एक प्रयोग द्वारा दिखाइए इस प्रयोग को करने के लिए दो प्रिज्म लिए जाते हैं , पहले प्रिज्म आधार नीचे तो दूसरे आधार पर ऊपर लिया जाता है जैसे कि नीचे के चित्र में दिखाया गया है
fig.
जो पहले प्रिज्म में श्वेत प्रकाश को भेजा जाता है तो वर्ण विक्षेपण होने के कारण यह सात रंगों में बट जाता है जब सातों रंगों का अपवर्तन दूसरे प्रिज्म से होता है तो वह एक बिंदु पर जमा हो जाती है और श्वेत प्रकाश दिखाई देती है इस तरह से इस प्रयोग से पता चलता है कि श्वेत प्रकाश सात रंगों का मिश्रण है
Q. वर्णांधता क्या है ?
उत्तर – यह एक ऐसी घटना है जिसमें मानव नेत्र के रेटिना में कुछ संपूर्ण नहीं पाए जाते हैं जिसके कारण वह कुछ रंगों को नहीं देख पाता है
Q. इंद्रधनुष क्या है?
उत्तर – एक प्रकार का प्राकृतिक स्पेक्ट्रम है जो वर्षा के बाद सूर्य के विपरीत दिशा में दिखाई देता है इसमें परिचय अपवर्तन पूर्ण आंतरिक परिवर्तन वर्ण विक्षेपण जैसी घटनाएं होती है इंद्रधनुष दो प्रकार के होते हैं:-
1. प्राथमिक इंद्रधनुष
2. द्वितीयक इंद्रधनुष
Q. प्राथमिक इंद्रधनुष किसे कहते हैं?
उत्तर – इंद्रधनुष में बाड़ी किनारे पर लाल और अंदर वाले पर बैगनी होते हैं उसे प्राथमिक इंद्रधनुष कहते हैं
Q. द्वितीयक इंद्रधनुष किसे कहते हैं?
उत्तर – इंद्रधनुष में बाहरी किनारे पर बैगनी और अंदर वाले पर लाल होते हैं उसे द्वितीयक इंद्रधनुष करते हैं
Q. वायुमंडलीय अपवर्तन क्या है?
उत्तर – वायुमंडल में होने वाले अपवर्तन को वायुमंडलीय अपवर्तन कहते हैं
Q. वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण कौन सी घटनाएं होती है ?
उत्तर – तारों का टिमटिमाना वायु मंडल अपवर्तनांक एक कारण तारों से निकलने वाली प्रकाश की तीव्रता कमी बढ़ता है तो कभी घटता है जिसके कारण तारे कभी धुंधला दिखाई देते हैं तो कभी चमकीले इस तरह बाढ़ बाढ़ तारों को धुंधला चमकीला देखना है तारों का टिमटिमाना कहलाता है
Q. ग्रह नहीं टिमटिमाते हैं क्यों?
उत्तर – तारों की अपेक्षा पृथ्वी के काफी नजदीक है जिसके कारण इसका वायुमंडलीय अपवर्तन का औसत लगभग शून्य होता है इसलिए ग्रह नहीं टिमटिमाता है
Q. तारों की आभासी स्थिति क्यों होती है?
उत्तर – वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण तारों की आभासी स्थिति में बदलाव आ जाते हैं क्योंकि वायुमंडल वायु के विभिन्न पदों से बना होता है पृथ्वी के नजदीक वाला पागल होता है अर्थात इस का अपवर्तनांक ज्यादा होता है जैसे पृथ्वी से जाते हैं अपवर्तनांक घर जाते हैं जब तारों से प्रकाश की किरण चलती है तो उसका लगातार अपवर्तन होता है और वह अभिलंब की ओर मुड़ जाती है
fig.
Q. अग्रिम सूर्योदय एवं विलंबित सूर्योदय किस घटना के कारण होता है?
उत्तर – यह वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण होता है इसमें 1 दिन की आभासी 4 मिनट से बढ़ जाती है
Q. सूर्योदय सूर्यास्त के समय सूर्य अंडाकार दिखाई देता है जबकि दोपहर के समय में गोल दिखाई देता है क्यों?
उत्तर – सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय वायुमंडल अपवर्तन अधिक और असमान रूप से होता है जबकि दोपहर के समय नंबर प्रकाश की किरणे गिरती है जिसके कारण वायुमंडलीय अपवर्तन के बराबर होता है यही कारण है कि सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सूर्य अंडाकार दिखाई देता है जबकि दोपहर के समय सूर्य गोलाकार दिखाई देता है
Q. प्रकाश का प्रकीर्णन क्या है ?
उत्तर – जब सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करती है तो वायुमंडल में उपस्थित विभिन्न गैस अणु परमाणु प्रकाश को अवशोषित कर लेते हैं और कुछ समय के बाद यह प्रकाश को चारों दिशाओं में फैलाते हैं प्रकाश के इस घटना को प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं
Q. वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण कौन सी घटनाएं होती है ?
उत्तर – तारों का टिमटिमाना वायु मंडल अपवर्तनांक एक कारण तारों से निकलने वाली प्रकाश की तीव्रता कमी बढ़ता है तो कभी घटता है जिसके कारण तारे कभी धुंधला दिखाई देते हैं तो कभी चमकीले इस तरह बाढ़ बाढ़ तारों को धुंधला चमकीला देखना है तारों का टिमटिमाना कहलाता है
Q. ग्रह नहीं टिमटिमाते हैं क्यों?
उत्तर – तारों की अपेक्षा पृथ्वी के काफी नजदीक है जिसके कारण इसका वायुमंडलीय अपवर्तन का औसत लगभग शून्य होता है इसलिए ग्रह नहीं टिमटिमाता है
Q. तारों की आभासी स्थिति क्यों होती है?
उत्तर – वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण तारों की आभासी स्थिति में बदलाव आ जाते हैं क्योंकि वायुमंडल वायु के विभिन्न पदों से बना होता है पृथ्वी के नजदीक वाला पागल होता है अर्थात इस का अपवर्तनांक ज्यादा होता है जैसे पृथ्वी से जाते हैं अपवर्तनांक घर जाते हैं जब तारों से प्रकाश की किरण चलती है तो उसका लगातार अपवर्तन होता है और वह अभिलंब की ओर मुड़ जाती है
fig.
Q. अग्रिम सूर्योदय एवं विलंबित सूर्योदय किस घटना के कारण होता है?
उत्तर – यह वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण होता है इसमें 1 दिन की आभासी 4 मिनट से बढ़ जाती है
Q. सूर्योदय सूर्यास्त के समय सूर्य अंडाकार दिखाई देता है जबकि दोपहर के समय में गोल दिखाई देता है क्यों?
उत्तर – सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय वायुमंडल अपवर्तन अधिक और असमान रूप से होता है जबकि दोपहर के समय नंबर प्रकाश की किरणे गिरती है जिसके कारण वायुमंडलीय अपवर्तन के बराबर होता है यही कारण है कि सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सूर्य अंडाकार दिखाई देता है जबकि दोपहर के समय सूर्य गोलाकार दिखाई देता है
Q. प्रकाश का प्रकीर्णन क्या है ?
उत्तर – जब सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करती है तो वायुमंडल में उपस्थित विभिन्न गैस अणु परमाणु प्रकाश को अवशोषित कर लेते हैं और कुछ समय के बाद यह प्रकाश को चारों दिशाओं में फैलाते हैं प्रकाश के इस घटना को प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं
Q. बादलों का रंग सफेद क्यों होता है ?
उत्तर –बादलों का निर्माण सूक्ष्म कणों से बना होता है यह सूक्ष्म का अलग-अलग आकार में होते हैं जिसके कारण प्रकीर्णन का औषध लगभग एक समान हो जाता है यही कारण है कि बादलों का रंग सफेद होता है
Q. सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सूर्य लाल दिखाई देता है क्यों ?
उत्तर – जैसे कि हम लोग जानते हैं कि लाल रंग का तरंग धैर्य सबसे ज्यादा होता है जिसके कारण उसका प्रकीर्णन सबसे कम होता है और वह ज्यादा दूरी तय करता है इसलिए सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सूर्य लाल दिखाई देता है
Q. खतरे का संकेत लाल क्यों होता है?
उत्तर – जैसा कि हम लोग जानते हैं कि लाल रंग का तरंग धैर्य ज्यादा होने के कारण उसका प्रेसिडेंट कम होता है और ज्यादा दूरी तय करता है इसलिए खतरे का संकेत लाल रंग का होता है