Q. आवेश कितने प्रकार के होते हैं तथा आवेश के दो प्रमुख गुणों को लिखें?
उत्तर- आवेश दो प्रकार के होते हैं:-
1.धन आवेश
2.ऋण आवेश
आवेश के दो प्रमुख गुण को जो यह हैं
1.सजातीय आवेश एक दूसरे को प्रतिकर्षण करते हैं
2.विजातीय आवेश में आकर्षण का गुण होता है
Q. कूलाम के नियम को लिखे ?
उत्तर- दो आवेशों के बीच लगने वाले आकर्षण और प्रतिकर्षण बलों के बारे में एक नियम का प्रतिपादन किए जिसे कूलाम का नियम कहते हैं
इस नियम के अनुसार इसमें लगने वाला बल दो आवेशों के गुणनफल का सीधा समानुपाती होता है इस में लगने वाला बल दूरी के वर्ग
का व्युत्क्रमानुपाती होता है आवेश उत्पत्ति का मुख्य कारण इलेक्ट्रॉन का स्थानांतरण है
Q. विद्युत धारा किसे कहते हैं?
उत्तर- किसी चालक से आवेश प्रवाह की दर को विद्युत धारा कहते हैं इसे प्राया I से सूचित किया जाता है
विद्युत धारा का एस आई मात्रक एंपियर होता है विद्युत धारा को अमीटर न्याय मीटर की सहायता से मापा जाता है विद्युत धारा आदिश राशि है
Q. आवेश उत्पन्न करने के उपाय को लिखे?
उत्तर-आवेश उत्पन्न करने के उपाय घर्सन है
Q. 1 एंपियर से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- यदि किसी चालक से 1 सेकंड में एक कुलम आवेश प्रवाहित हो तो हम कहते हैं कि उस चालक से 1 एंपियर की धारा जा रही है आवेश का एसआई मात्रक कूलंब होता है
Q. चालक पदार्थ किसे कहते हैं ?
उत्तर- वैसा पदार्थ जो अपने से होकर विद्युत धारा को आसानी से प्रवाहित होने देता है जैसे मनुष्य या जानवर का शरीर ग्रेफाइट आसुत जल नमी युक्त हवा
Q. कुचालक पदार्थ किसे कहते हैं?
उत्तर- ऐसा पदार्थ जो अपने से होकर विद्युत धारा को प्रवाहित नहीं होने देता है कुचालक पदार्थ कहलाता है जैसे कांच मोम चमड़ा रबड़ शुद्ध जल रूई प्लास्टिक इत्यादि
Q. विभव क्या है?
उत्तर- इकाई धन आवेश को आनंद से विद्युत क्षेत्र के किसी बिंदु तक लाने में किया गया कार्य विद्युत विभव कल आता है विद्युत विभव अदिश राशि है विद्युत विभव का एस आई मात्रक वोल्ट होता है
Q. 1 वोल्ट से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- यदि एक कुलम आवेश को ले जाने में किया गया कार्य 1 जून हो तो उस बिंदु का विभव 1 वोल्ट कहलाता है
Q. विद्युत परिपथ किसे कहते हैं ?
उत्तर- यह एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें विद्युत धारा का प्रवाह लगातार होता है
चित्र:
Q. विद्युत बल्ब के अंदर में कौन सी गैस भरी जाती है ?
उत्तर- विद्युत बल्ब के अंदर में ऑर्गन गैस भरी जाती है
Q. विद्युत बल्ब के तंतु गलनांक कितना होता है ?
उत्तर- विद्युत बल्ब के तंतु गलनांक 3000 डिग्री सेल्सियस होता है
Q. विद्युत बल्ब का फिलामेंट किस धातु का बना होता है ?
उत्तर- विद्युत बल्ब का फिलामेंट टंगस्टन धातु का बना होता है
Q. यदि विद्युत बल्ब के अंदर में नए किए को छोड़कर अन्य अज्ञात शव को भर दिया जाए तो क्या होगा ?
उत्तर- यदि विद्युत बल्ब के अंदर में नियत क्रिया को छोड़कर अन्य गैसों को भेजा दिया जाए तो होगा तंतु ऑक्सीकृत हो कर टूट जाएगा
Q. विद्युत परिपथ में वोल्ट मीटर को किस क्रम में जोड़ा जाता है ?
उत्तर- विद्युत परिपथ में वोल्ट मीटर को समांतर क्रम में जोड़ा जाता है
Q. विभव मापने वाले यंत्र को क्या कहते हैं
उत्तर- विभव मापने वाले यंत्र को वोल्ट मीटर कहते हैं
Q. आ मीटर को विद्युत परिपथ में किस क्रम में जोड़ा जाता है ?
उत्तर- आ मीटर को विद्युत परिपथ में श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है
Q. विद्युत धारा को मापने वाले यंत्र को क्या कहते हैं ?
उत्तर- विद्युत धारा मापने वाले यंत्र को आमीटर कहते हैं
Q. विद्युत धारा को किस इकाई में मापा जाता है ?
उत्तर- विद्युत धारा को एंपियर इकाई में मापा जाता है
Q. विभांतर को किस इकाई में मापा जाता है ?
उत्तर- विभांतर को वोल्ट इकाई में मापा जाता है
Q. चालक किसे कहते हैं ?
उत्तर- वैसा पदार्थ जो विद्युत धारा को एक जगह से दूसरे जगह पर आसानी से ले जाता है चालक पदार्थ कहलाता है
जैसे:- सोना, चांदी, तांबा, इत्यादि
Q. सबसे अच्छा चालक कौन है ?
उत्तर- सबसे अच्छा चालक चांदी है
Q. कुचालक किसे कहते हैं ?
उत्तर- वैसा पदार्थ जो विद्युत धारा को एक जगह से दूसरे जगह पर नहीं ले जाता है कुचालक पदार्थ कहलाता है
जैसे:- कांच, सल्फर सूखी, लकड़ी ,रबर ,इत्यादि
Q. अर्धचालक किसे कहते हैं ?
उत्तर- ऐसा पदार्थ जिसकी चालकता चालक और अचानक के बीच का हो अर्धचालक कहलाता है जैसे सिलिकॉन
Q. अतिचालक किसे कहते हैं ?
उत्तर- जिससे अति निम्न ताप पर बिना किसी प्रतिरोध के धारा का प्रवाह होता है अतिचालक कहलाता है जैसे मरकरी
Q. प्रतिरोध क्या है ?
उत्तर- किसी चालक पदार्थ का वह जो पदार्थ से होकर प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा का विरोध करता है प्रतिरोध कहलाता है इसे R से सूचित किया जाता है इसका
एस आई मात्रक ओम होता है
Q. ओम किसे कहते हैं ?
उत्तर- यदि किसी चालक के दोनों सिरों का विमानतल 1 वोल्ट करके 1 एंपियर का धारा प्रवाहित कराई जाए तो उस चालक का प्रतिरोध एक ओम कहलाता है
Q. चालक तार का प्रतिरोध किन किन बातों पर निर्भर करता है ?
उत्तर- किसी चालक का प्रतिरोध निम्नलिखित बातों पर निर्भर करता है चालक के लंबाई पर किसी चालक का प्रतिरोध उसके लंबाई का सीधा समानुपाती होता है चालकता का लंबाई बढ़ाने से प्रतिरोध बढ़ता है और चालक कार का लंबाई घटाने से प्रतिरोध घटता है चालक तार के अनुप्रस्थ परीक्षित के क्षेत्रफल पर जब किसी चालक ताड़ के क्षेत्रफल को बढ़ाया जाता है तो उसका प्रतिरोध घट जाता है अर्थ अर्थ क्षेत्रफल और प्रतिरोध में व्युत्क्रमानुपति का संबंध है चालक के थप्पड़ ताप बढ़ाने से प्राया चालक पदार्थ का प्रतिरोध बढ़ता है अपवाद जर्मन सिल्वर मैग्नीज और कार्बन लैंप यह तीनों का ताप बढ़ाने से प्रतिरोध घटता है
Q. विशिष्ट प्रतिरोध या प्रतिरोधकता किसे कहते हैं ?
उत्तर- चालक पदार्थ के एकांत क्षेत्रफल और एकांत लंबाई में जो प्रतिरोध होता है उसे ही विशिष्ट प्रतिरोध या प्रतिरोधकता कहते हैं
Q. विशिष्ट चालकता क्या है ?
उत्तर- विशिष्ट प्रतिरोध के व्युत्क्रम को विशिष्ट चालकता कहते हैं इस का एस आई मात्रक ओम-1m-1 होता है
Q. प्रतिरोध ताप गुणांक क्या है?
उत्तर- प्रति का ताप बढ़ने से चालक पदार्थ के प्रतिरोध में जो आशिक वृद्धि होता है उसी को प्रतिरोध ताप गुणांक कहा जाता है
Q. माइक्रोन का उपयोग मानव प्रतिरोध के रूप में क्यों नहीं किया जाता है?
उत्तर- नाइक्रोम एक मिश्र धातु है या निकेल तथा क्रोमियम से मिलकर बना होता है इसका प्रतिरोध ताप गुणांक अधिक होने के कारण इसका उपयोग मानक प्रतिरोध में नहीं किया जाता है
Q. ओम का नियम क्या है इसे परिभाषित करें ?
उत्तर- विद्युत धारा और विभवांतर के बीच संबंध बताने वाले नियम को ओम का नियम कहते हैं इस नियम के अनुसार अचर ताप पर किसी चालक से प्रवाहित होने वाली धारा चालक के सिरों के विभांतर का सीधा संपाती होता है ओम के नियम का सत्यापन इस नियम का सत्यापन करने के लिए मीटर वोल्टमीटर चालकता बैटरी और परिवर्तनशील प्रतिरोध को लेकर नीचे दिए गए चित्र अनुसार सजा दिया जाता है
fig.
जब को दबाया जाता है तो बैटरी सेवर धारा प्रवाहित होती है विद्युत धारा का मान मीटर से जबकि विभांतर का मान वोल्ट मीटर से मापा जाता है जब परिवर्तनशील प्रतिरोध को लाइट पर आने पीछे खीसकाया जाता है तो अलग-अलग स्थितियों में धारा और विभवांतर का मान अलग-अलग प्राप्त होता है जिसे ग्राफ पेपर पर दर्शाने पर सरल रेखा की प्राप्ति होती है जोकि ओम के नियम का सत्यापन करता है
fig.
यह ग्राफ सीधा स्वर्ग पार्टी के संबंध को दर्शा रहा है
Q. ए मीटर एवं वोल्ट मीटर की सहायता से किसी चालक तार का प्रतिरोध कैसे ज्ञात किया जाता है ?
उत्तर- अमीटर एवं वोल्टमीटर की सहायता से किसी चालक तार का प्रतिरोध ज्ञात करने के लिए अमीटर और वोल्टमीटर चालकता गांव कुंजी बैटरी एवं परिवर्तनशील प्रतिरोध को नीचे दिए गए चित्र अनुसार सजा दिया जाता है जब-जब कुंजी को दबाया जाता है तो बैटरी से विद्युत धारा प्रवाहित होता है और मीटर से धारा का मान आई एवं वोल्ट मीटर से विवाद का मान भी प्राप्त किया जाता है जब परिवर्तनशील प्रतिरोध को स्लाइड पर आगे पीछे खींच खाते हैं तो अलग-अलग स्थितियों में धारा का मान क्रम स I1,I2,I3,I4 एवं I5 प्राप्त होता है तथा विभवांतर का मान क्रमशः V2 v3 v4 एवं v5 प्राप्त होता है जब R=V/I सूत्र का प्रयोग कर चालक तार का प्रतिरोध ज्ञात कर लिया जाता है जोकि क्रमसा R1 r2 r3 r4 एवं r5 होता है
Q. ओम के नियम में कौन कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए ?
उत्तर-ओम के नियम में निम्न सावधानियां बरतनी चाहिए
1.मीटर को श्रेणी क्रम में एवं वोल्ट मीटर को समांतर क्रम में जोड़ा जाता है
2.विद्युत परिपथ को पूरा करने के लिए पैसों को ठीक ठीक से कर देना चाहिए
3.वोल्टमीटर का धनात्मक सिरा ज्यादा विभव से एवं ऋण आत्मक सीधा कम विभव से जुड़ा होना चाहिए
4.जब पठान नहीं लेना है दव कुंजी हटा लेना चाहिए
Q. ओम के नियम में ताप को अचर क्यों रखा जाता है ?
उत्तर- जब किसी चालक तार का तापमान बदल जाए तो उसका प्रतिरोध प्रभावित हो जाएगा जिससे विद्युत धारा को विभांतर दोनों प्रभावित हो जाएगा जिससे पठन की क्रिया ठीक ढंग से नहीं हो पाएगी इसलिए ओम के नियम में ताप का अचर रखा जाता है
Q. प्रतिरोध का संयोजन क्यों किया जाता है और कितने प्रकार से किया जाता है ?
उत्तर- परिपथ में प्रतिरोध का मान बढ़ाने या घटाने के लिए प्रतिरोध का संयोजन किया जाता है
प्रतिरोधों का संयोजन दो तरह से किया जाता है:-
1.श्रेणी क्रम संयोजन
2.समांतर क्रम संयोजन
जब प्रतिरोध का मान बढ़ाया जाता है तो उस श्रेणी क्रम संयोजन में जोड़ते हैं और जब प्रतिरोध का मान घटाया जाता है तो उसे समांतर क्रम में जोड़ते हैं
Q. श्रेणी क्रम संयोजन क्या है ?
उत्तर- प्रतिरोध की ऐसी व्यवस्था जिसमें पहले प्रतिरोध का अंतिम छोर दूसरे प्रतिरोध के प्रथम छोड़ से जुड़ा हो तथा दूसरे प्रतिरोध का अंतिम छोर तीसरे प्रतिरोध के प्रथम छोड़ से जुड़ा हो तो इस प्रकार का संयोजन श्रेणी क्रम संयोजन कल आता है
fig.
माना कि R1 r2 r3 तीन प्रतिरोध श्रेणी क्रम संयोजन में जुड़े हैं इन सभी प्रतिरोधों में एक समान विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है इन बिंदुओं का विभव क्रमशः Va,Vb,Vc एवं Vd है।
Q. समांतर क्रम संयोजन क्या है ?
उत्तर- जब बहुत सारे प्रतिरोध बाया छोड़ के एक बिंदु पर तथा दाया छोड़कर एक बिंदु पर जुड़ा हो तो इस तरह का संयोजन समांतर क्रम संयोजन कहलाता है इससे भी का मान सभी प्रतिरोध में अलग अलग होता है
fig.
Q. जूल का उष्मीय नियम क्या है ?
उत्तर- जब किसी चालक से विद्युत धारा का प्रवाह होता है तो उस चालक में विद्युत धारा के कारण उषमा की उत्पत्ति होती है उषमा के बारे में एक नियम का प्रतिपादन किया जिसे जूल का उष्मीय नियम कहते हैं
Q. विद्युत शक्ति किसे कहते हैं ?
उत्तर- एक सेकंड में किसी भी द्वितीय उपकरण द्वारा ऊर्जा खत्म की जाती है उस उर्जा खपत काही उस उपकरण का विद्युतीय शक्ति कहते हैं इसे P से सूचित किया जाता है इसका एस आई मात्रक वाट होता है
Q. विद्युत ऊर्जा क्या है ?
उत्तर- जब किसी चालक में विमानतल आरोपित करने के बाद उसमें आवेश का प्रवाहित करवाया जाता है तो वह विद्युत कार्य कहलाता है जिसे विद्युत ऊर्जा भी कहते हैं विद्युत ऊर्जा का व्यवसायिक मात्रक के kwh होता है
Q. विद्युत बल्ब किसे कहते हैं ?
उत्तर- यह विद्युत धारा के उष्मीय प्रभाव पर कार्य करता है विद्युत बल्ब कांच का बना होता है इसके अंदर में टंगस्टन का तार होता है इसका गलनांक लगभग 3000 डिग्री सेल्सियस होता है इसके अंदर के हवा को निकालकर निष्क्रिय गैस भर दी जाती है ताकि तंतु ऑक्सीकृत न हो सके विद्युत बल्ब विद्युत हीटर विद्युत स्त्री विद्युत विधि कारक और विद्युत फ्यूज यह सब विद्युत धारा के उष्मीय प्रभाव पर कार्य करते हैं
Q. विद्युत हीटर किसे कहते हैं ?
उत्तर- यह चीनी मिल के ढांचे में लपेटा हुआ वर्क लकार का धातु होता है जो कि नाइक्रोम का बना होता है या विद्युत धारा के उसमें सिद्धांत पर कार्य करता है इसका गलनांक काफी उच्च होता है इसी सिद्धांत पर बॉयलर और पोस्टर बनाए जाते हैं विद्युत हीटर तार मिश्र धातु का बना होता है (निकेल + क्रोमियम = नायक्रोम)
Q. विद्युत स्त्री किसे कहते हैं?
उत्तर- यह उपकरण विद्युत धारा के उष्मीय प्रभाव पर कार्य करता है इसमें नाइक्रोम का पतला पति होता है जिसके ऊपर और नीचे अभ्रक का प्लेट लगा होता है इन का गलनांक बहुत कम होता है
Q. विधुत विकिरक क्या है?
उत्तर- उपकरण विद्युत धारा के उस्मा सिद्धांत पर कार्य करता है इसमें चीनी मिट्टी का एक बेलन होता है जिस पर माइक्रोन का तार लपेटा हुआ रहता है इसका गलनांक काफी कुछ होता है
Q. विद्युत फ्यूज किसे कहते हैं?
उत्तर- यह एक सुरक्षा आयुक्त है जो अति भारत एवं लघु पतन जैसे घटनाओं से बचता है इसमें तांबे तथा टीम का शीशा तथा टीम मिश्र धातु का प्रयोग किया जाता है जिसका गलनांक बहुत कम होता है
Q. अति भारण क्या है ?
उत्तर- यह कैसी घटना है जिसमें जब एक ही समय में बहुत सारे शक्तिशाली विद्युत उपकरण को किसी विद्युत परिपथ में जोड़ दिया जाता है तो उस परिपथ में आवश्यकता से अधिक विद्युत धारा का प्रवाह हो जाता है
जैसे:- विद्युत हीटर, वाटर हीटर ,विद्युत इस्त्री, फ्रिज, टीवी इत्यादि
Q. लघुपथन क्या है ?
उत्तर- जब किसी कारण वर्ष ठंडा तार और गर्म था एक दूसरे के संपर्क में आ जाते हैं तो परिपथ में प्रतिरोध का मान घटने के कारण उसमें आवश्यकता से अधिक विद्युत धारा का प्रवाह हो जाता है जिसे लघुपथन कहा जाता है
Q. घर के विद्युत परिपथ में कौन-कौन सी खराब या उत्पन्न होती है ?
उत्तर- घर के विद्युत परिपथ में निम्नलिखित खराब है उत्पन्न होती है
1.तार का पुराना होना
2.जिला संयोजक स्विच का खराब हो जाना
3.उपकरण की खराबी संयोजित तार का खुला रह जाना
Q. विद्युत खतरा से बचने के क्या-क्या उपाय हैं ?
उत्तर- विद्युत खतरों से बचने के निम्नलिखित उपाय हैं
1.जब किसी भी प्रकार का खतरा होने पर परिपथ का मेन स्विच बंद करें करें संयोजन कसा हुआ होना चाहिए
2.संयोजन के जगह पर चालक पदार्थ से ढका होना चाहिए
3.जब कभी विद्युत परिपथ का मरम्मत करना हाथ में रबड़ के दस्ताने एवं पैर में जूता या चप्पल होना चाहिए
4. सही क्षमता वाले फ्यूज का प्रयोग परिपथ में करना चाहिए
5.विद्युत उपकरणों में उतार का उपयोग करना चाहिए
6.अगर किसी व्यक्ति का संपर्क विद्युत से हो जाए तो उसे कुचालक पदार्थ के माध्यम से हटाना चाहिए